यह पुस्तक विद्या भूषण रावत द्वारा देवरिया और कुशीनगर जनपद मे मुशहर समुदाय मे उनके द्वारा देखे गई घटनाओ का आंखो देखा विवरण है जो कुशीनगर मे भूख से हो रही मौतो के बारे मे मुशहर समाज के प्रश्नो को राष्टट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर उठाने के बाद से 1998-99 से शुरु हुई. उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदो विशेषकर चित्रकूट, फतेह्पुर, कानपुर देहात, गाजीपुर, सोनभद्र, लखीमपुर खीरी, मऊ, गोरखपुर, देवरिया और कुशीनगर मे भूमि और भूख के प्रश्नो को लेकर उन्होने न केवल स्वैच्छिक संगठनो के लोगो को अपने अधिकारॉ और कर्तव्यो की जानकारी और ट्रैनिंग दी अपितु उन्हे इन प्रश्नो को कानूनी तरीको से उठाने के तरीके भी बताये.
ये एक प्रकार से इस क्षेत्र में मुशहर समाज के संघर्षो का एक अच्छा दस्तावेज है और अन्य लोगो को प्रेरणा देगी. एक और मज़ेदार बात यह है